मेरे बच्चों, मैं फातिमा का सन्देश दोहराती हूँ: दिव्य न्याय का प्याला उफन रहा है। अगर वह इसे फेंक देती हैं, तो लगभग कोई नहीं बचेगा।
प्रार्थना करो! केवल प्रार्थना के माध्यम से ही भविष्यवाणियाँ बदली जा सकती हैं।"
मेरे बच्चों, मैं फातिमा का सन्देश दोहराती हूँ: दिव्य न्याय का प्याला उफन रहा है। अगर वह इसे फेंक देती हैं, तो लगभग कोई नहीं बचेगा।
प्रार्थना करो! केवल प्रार्थना के माध्यम से ही भविष्यवाणियाँ बदली जा सकती हैं।"
उत्पत्तियाँ:
इस वेबसाइट पर पाठ का स्वचालित रूप से अनुवाद किया गया है। किसी भी त्रुटि के लिए क्षमा करें और अंग्रेजी अनुवाद देखें।