प्यारे बच्चों, मैं आलोचना और आक्रामकता के बावजूद यहां वापस आने के लिए धन्यवाद देती हूं जो आपने महसूस की है। तुम धन्य होगे और मेरे प्यार से भर जाओगे।
उन लोगों पर ध्यान मत दो जो प्रार्थना न करने को कहते हैं। वे शैतान के दोस्त हैं, भगवान् के नहीं। दुश्मन चाहता है कि हर कोई धीरे-धीरे रोज़री छोड़ दे जब तक कि वह पूरी तरह निराश न हो जाए।
हार मत मानो! कुछ भी हो, प्रार्थना करना बंद मत करो! मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगी। मेरा लबादा वह स्वर्गीय ढाल है जो मैं तुम्हें प्रदान करती हूं। आगे बढ़ते रहो! हतोत्साहित मत होना!
मैं पिता के नाम पर आपको आशीर्वाद देती हूँ। पुत्र और पवित्र आत्मा।"